बुधवार, 7 नवंबर 2018

ज्योति जले सचेतन की
हर काया में श्री राम बसें |
हो प्रभात हर जीवन का
उत्साह बृद्धि अपार बढे ||

हर भरत आज मिलाप करे
हर उर्मिल का श्रृंगार सजे |
अखंड भारत की सुरमयी ध्वनि से
सुरमय होकर ब्रम्भाण्ड बढे ||

हर बहना के जीवन  पर
भाई का स्नेह बढे |
मात पिता के अनुरागी चरणों पर
आज हर बेटे का शीश झुके ||

कोई रुदन अब ना होने पाये
कोई अंधियारी में ना खोने पाये
रौशन हो जाए मन इतना कि
कोई पाप जीवन को ना छूने पाये ||

दृष्टांत जीवन का निर्मित हो ऐसा
कोई प्रभुता मदता में ना खोने पाये |
जड़कर अहंकार के गहनों से
कोई मानव दानव ना होने पाये ||

बस हर पुरुष सद् गामी हो
हर नारी में सतीत्व उदय हो |
कोई कुपथ ना खींच सके पैरो को
हर दिल इतना स्वाभिमानी हो ||

सबल बने सबका अंतर्मन
दिब्य ओज प्रकाश बहे |
आज धरा पर हे ईश्वर
तेरी अनुकम्पा बनी रहे |

मिटे प्रदूषण धरती से
हर जीवन में संस्कार खिले |
आच्छादित हो सद्बुद्धि सभी में 
तरलता जीवन की बनी रहे

राम आगमन पे झूम उठे फिर से दुनिया
हर गली आज हर घर द्वार सजें |
इस बार दिवाली में ऐ विधाता
हर प्राणी का भाग्य जगे ||

||जय श्री राम|| आपको मेरी तरफ से दिवाली की ढेर सारी शुभकामनाएं | ||अमरेंद्र||