मंगलवार, 26 नवंबर 2019

हिंदी कविता : आतंकवाद

............................आतंकवाद.................................
आज समस्या बनी देश की देखो आतंकवाद है |
कह नहीं सकता कोई प्राणी कि मेरा जीवन आजाद है ||

जाति पाँति से कोई न मतलब सबको करता बर्बाद है |
समझ नहीं आता भइया यह कैसा आतंकवाद है ||

आतंकवाद है बड़ा निराला जिसको जाने सकल जहान |
आज अछूता रहा ना कोई जितने देश रहे बलवान ||

जल्दी सम्भलो मेरे भइया नहीं बाद में फिर पछताना है |
जिसकी गोदी में जन्म लिया हमें उसी के हित में जाना है ||
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धन्यवाद
Amrendra


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